उत्तर प्रदेश सरकार ने पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के लिए Vishwakarma Shram Samman Yojana शुरू की है, जो उनके हुनर को निखारने और स्वरोजगार को बढ़ावा देने का एक शानदार अवसर है। यह योजना उन लोगों के लिए वरदान है जो बढ़ई, दर्जी, लोहार, सुनार, कुम्हार, नाई, मोची जैसे पारंपरिक व्यवसायों से जुड़े हैं।
विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना उत्तर प्रदेश के तहत मुफ्त प्रशिक्षण, टूलकिट, और 10,000 से 10 लाख तक की वित्तीय सहायता दी जाती है। इस लेख में हम विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना क्या है, इसके लाभ, पात्रता, विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया, और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी को आसान भाषा में समझाएंगे।
Vishwakarma Shram Samman Yojana क्या है?
विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना यूपी उत्तर प्रदेश सरकार की एक महत्वाकांक्षी पहल है, जिसका उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों को आर्थिक और तकनीकी रूप से सशक्त बनाना है। इस योजना के तहत कारीगरों को 6 दिन का मुफ्त प्रशिक्षण, आधुनिक टूलकिट, और व्यवसाय शुरू करने या बढ़ाने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
यह योजना ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के कारीगरों को रोजगार के अवसर प्रदान करती है, जिससे उनकी आय बढ़ती है और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलता है। योजना का मुख्य लक्ष्य है कारीगरों के पारंपरिक कौशल को आधुनिक तकनीकों से जोड़ना, ताकि वे बाजार में प्रतिस्पर्धा कर सकें।
यूपी विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत हर साल 15,000 से अधिक लोगों को लाभ देने का लक्ष्य है। यह योजना न केवल रोजगार सृजन करती है, बल्कि उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर को भी संरक्षित करती है।
Vishwakarma Shram Samman Yojana के लाभ
विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना उत्तर प्रदेश कई तरह के लाभ प्रदान करती है, जो कारीगरों के लिए बेहद उपयोगी हैं। आइए इन लाभों को विस्तार से समझते हैं:
- मुफ्त प्रशिक्षण:
योजना के तहत 6 दिन का मुफ्त प्रशिक्षण दिया जाता है, जिसमें कारीगरों को उनके व्यवसाय से संबंधित आधुनिक तकनीकों और कौशल की जानकारी दी जाती है। यह प्रशिक्षण तहसील या जिला मुख्यालय पर आयोजित होता है, और इसका पूरा खर्च सरकार वहन करती है। - टूलकिट सहायता:
प्रशिक्षण पूरा करने के बाद कारीगरों को 5,000 से 15,000 तक की कीमत वाले टूलकिट प्रदान किए जाते हैं। ये टूलकिट उनके व्यवसाय को शुरू करने या बेहतर बनाने में मदद करते हैं। - वित्तीय सहायता:
कारीगरों को अपना व्यवसाय शुरू करने या विस्तार करने के लिए 10,000 से 10 लाख तक की वित्तीय सहायता दी जाती है। इस ऋण पर ब्याज दर को राज्य सरकार द्वारा 6% तक सब्सिडी दी जाती है, जिससे कारीगरों को कम ब्याज पर लोन मिलता है। - प्रमाणपत्र और सम्मान:
प्रशिक्षण और मूल्यांकन के बाद कारीगरों को प्रमाणपत्र और मेडल दिए जाते हैं, जो उनके कौशल को मान्यता देते हैं। यह प्रमाणपत्र उन्हें बाजार में पहचान दिलाने में मदद करता है। - बैंक खाते में सीधा हस्तांतरण:
योजना के तहत दी जाने वाली वित्तीय सहायता सीधे लाभार्थी के आधार से लिंक बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है, जिससे पारदर्शिता बनी रहती है। - रोजगार के अवसर:
प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता के बाद कारीगर अपने व्यवसाय को बढ़ा सकते हैं, जिससे न केवल उनकी आय बढ़ती है, बल्कि अन्य लोगों के लिए भी रोजगार के अवसर पैदा होते हैं।
Vishwakarma Shram Samman Yojana की पात्रता
विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना यूपी का लाभ उठाने के लिए कुछ पात्रता शर्तें पूरी करनी होती हैं। ये शर्तें इस प्रकार हैं:
- निवास: आवेदक को उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- आयु: आवेदक की आयु कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए।
- व्यवसाय: आवेदक को पारंपरिक व्यवसाय जैसे बढ़ई, दर्जी, लोहार, सुनार, कुम्हार, नाई, मोची, टोकरी बुनकर, हलवाई आदि से जुड़ा होना चाहिए।
- पिछली योजनाओं का लाभ: आवेदक ने पिछले 2 वर्षों में केंद्र या राज्य सरकार की किसी अन्य टूलकिट योजना का लाभ नहीं लिया होना चाहिए।
- परिवार की सीमा: एक परिवार से केवल एक व्यक्ति ही इस योजना का लाभ ले सकता है।
- शैक्षिक योग्यता: इस योजना के लिए कोई शैक्षिक योग्यता अनिवार्य नहीं है।
विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया
विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया बहुत ही सरल और सुविधाजनक है। नीचे दिए गए चरणों का पालन करके आप आसानी से आवेदन कर सकते हैं:
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं:
सबसे पहले उत्तर प्रदेश उद्योग निदेशालय की आधिकारिक वेबसाइट diupmsme.upsdc.gov.in पर जाएं। - लॉगिन सेक्शन में जाएं:
वेबसाइट के होम पेज Login पर “Applicant’s Login” विकल्प पर क्लिक करें। - नया पंजीकरण:
यदि आप पहली बार आवेदन कर रहे हैं, तो “New User Registration” पर क्लिक करें। इससे रजिस्ट्रेशन फॉर्म खुल जाएगा। - फॉर्म भरें:
फॉर्म में अपनी व्यक्तिगत जानकारी जैसे नाम, पता, आधार नंबर, बैंक खाता विवरण, और व्यवसाय का प्रकार भरें। सुनिश्चित करें कि बैंक खाता आधार से लिंक हो। - योजना का चयन:
ड्रॉप-डाउन मेनू से विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना चुनें। - कैप्चा और सबमिट:
कैप्चा कोड डालें और “Submit” बटन पर क्लिक करें। सबमिट करने के बाद आपको एक रजिस्ट्रेशन नंबर मिलेगा, जिसे संभालकर रखें। - सत्यापन प्रक्रिया:
आवेदन जमा होने के बाद, अधिकारी आपके दस्तावेजों और जानकारी का सत्यापन करेंगे। सत्यापन पूरा होने पर आपको प्रशिक्षण और अन्य लाभ मिलने शुरू हो जाएंगे।
नोट: यदि आपको ऑनलाइन आवेदन में कोई समस्या आती है, तो आप नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर जाकर भी आवेदन कर सकते हैं।
Vishwakarma Shram Samman Yojana के लिए आवश्यक दस्तावेज
विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना यूपी के लिए आवेदन करते समय निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होती है:
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- बैंक खाता पासबुक (आधार से लिंक)
- व्यवसाय से संबंधित प्रमाण (यदि उपलब्ध हो)
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर (सक्रिय)
विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना का महत्व
विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना न केवल कारीगरों के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करती है, बल्कि यह उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति को भी सुधारती है। यह योजना उत्तर प्रदेश के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में पारंपरिक व्यवसायों को बढ़ावा देती है, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था मजबूत होती है। इसके अलावा, यह योजना महिलाओं और कमजोर वर्गों को भी सशक्त बनाती है, क्योंकि इसमें कोई शैक्षिक योग्यता की बाध्यता नहीं है।
योजना के तहत मिलने वाला प्रशिक्षण कारीगरों को आधुनिक उपकरणों और तकनीकों से परिचित कराता है, जिससे उनके उत्पाद बाजार में अधिक मांग प्राप्त करते हैं। यह योजना उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक और शिल्प विरासत को संरक्षित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
अन्य समान योजनाएं
उत्तर प्रदेश सरकार ने कारीगरों और युवाओं के लिए कई अन्य योजनाएं भी शुरू की हैं, जो स्वरोजगार और कौशल विकास को बढ़ावा देती हैं। उदाहरण के लिए:
- UP Kaushal Satrang Yojana: यह योजना युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में कौशल प्रशिक्षण प्रदान करती है, जिससे वे रोजगार के लिए तैयार हो सकें।
- CM Yuva Udyami Yojana UP: यह योजना युवा उद्यमियों को स्टार्टअप शुरू करने के लिए वित्तीय सहायता और मार्गदर्शन प्रदान करती है।
इन योजनाओं के बारे में अधिक जानकारी के लिए रोजगार योजनाएं वेबसाइट पर जाएं, जहां आपको रोजगार से संबंधित सभी योजनाओं की विस्तृत जानकारी मिलेगी।
विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना का प्रभाव
यूपी विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना ने अब तक लाखों कारीगरों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया है। 2018 में शुरू होने के बाद से इस योजना ने 1.43 लाख से अधिक कारीगरों को लाभान्वित किया है। यह योजना न केवल कारीगरों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाती है, बल्कि उनके आत्मविश्वास को भी बढ़ाती है।
उदाहरण के लिए, एक कुम्हार जिसने इस योजना के तहत प्रशिक्षण लिया और टूलकिट प्राप्त किया, अब आधुनिक डिजाइनों के साथ मिट्टी के बर्तन बना रहा है, जो बाजार में अच्छी कीमत पर बिक रहे हैं। इसी तरह, एक दर्जी ने 50,000 का लोन लेकर अपनी सिलाई मशीन को अपग्रेड किया और अब ऑनलाइन ऑर्डर लेकर अपनी आय को दोगुना कर लिया है।
आवेदन की स्थिति की जांच
विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद आप अपने आवेदन की स्थिति की जांच भी कर सकते हैं। इसके लिए:
- आधिकारिक वेबसाइट diupmsme.upsdc.gov.in पर जाएं।
- ‘Application Status’ विकल्प पर क्लिक करें।
- अपना रजिस्ट्रेशन नंबर और मोबाइल नंबर डालें।
- स्थिति की जानकारी स्क्रीन पर दिखाई देगी।
निष्कर्ष
विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना उत्तर प्रदेश पारंपरिक कारीगरों के लिए एक सुनहरा अवसर है, जो उन्हें आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने में मदद करती है। मुफ्त प्रशिक्षण, टूलकिट, और 10,000 से 10 लाख तक की वित्तीय सहायता के साथ यह योजना कारीगरों के सपनों को हकीकत में बदल रही है। यदि आप या आपके परिवार में कोई इस योजना के लिए पात्र है, तो आज ही विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करें और अपने हुनर को नई ऊंचाइयों तक ले जाएं।
रोजगार योजनाएं वेबसाइट पर ऐसी ही अन्य योजनाओं की जानकारी प्राप्त करें और अपने भविष्य को सुरक्षित बनाएं। हमें बताएं कि आपको यह जानकारी कैसी लगी और आप इस योजना का लाभ कैसे उठाने की योजना बना रहे हैं। आपका फीडबैक हमारे लिए महत्वपूर्ण है!
FAQs अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
उत्तर प्रदेश का कोई भी पारंपरिक कारीगर, जैसे बढ़ई, दर्जी, लोहार, सुनार, कुम्हार, जिसकी आयु 18 वर्ष से अधिक हो, इस योजना का लाभ ले सकता है।
हां, महिलाएं भी इस योजना के लिए पात्र हैं, बशर्ते वे पात्रता शर्तें पूरी करें।
इस योजना में प्रशिक्षण के दौरान कोई वेतन नहीं मिलता, लेकिन टूलकिट और वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
यह योजना स्वरोजगार को बढ़ावा देती है, न कि नौकरी की गारंटी देती है। हालांकि, प्रशिक्षण और टूलकिट से कारीगरों को अपना व्यवसाय शुरू करने में मदद मिलती है।
हां, आप नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर जाकर ऑफलाइन आवेदन कर सकते हैं।
लोन की अवधि और नियम बैंक और योजना के दिशानिर्देशों पर निर्भर करते हैं। अधिक जानकारी के लिए बैंक से संपर्क करें।
नहीं, यह योजना केवल उत्तर प्रदेश के लिए है। अन्य राज्यों में समान योजनाएं हो सकती हैं।
मैं एक Digital Marketer और Blogger हूँ, जिसे कहानियों और विचारों को शब्दों में पिरोना बेहद पसंद है। डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में मेरी विशेषज्ञता के साथ, मैं अपने ब्लॉग के माध्यम से उपयोगी और प्रेरणादायक लेख साझा करता हूँ। वर्तमान में, मैं एक डिजिटल मार्केटर के रूप में कार्यरत हूँ, जहाँ मैं नवीनतम रुझानों और रणनीतियों को लागू करता हूँ। मेरे लेखन का उद्देश्य पाठकों को नई जानकारी प्रदान करना और उन्हें अपने लक्ष्यों की ओर प्रेरित करना है।





